Thursday 27 August 2015

मेरे बालो का क्या होगा??

२२ साल की नीलम अपने दोस्त के कमरे के सामने खरी थी। उसने अपने बालो के चोटी को अपने हाथो से पकरा। उसे कल रात सच्ची में बहुत भरी परने वाली है। उसने चोटी खोल दी, उसके काले बाल उसके पीठ तक आते है, बहुत ही घने है यह केश। नीलम ने आखरी बार सोचा, “आखिर बाल ही तो है, थोरा सा काट देगा वो कुनाल, ऐसे भी बहुत लम्बे हो गए है, गर्मिय आ रही है, मुझे ऐसे भी कटवाना परेगा, चोटी छोटी हो जाएगी, या शायद कुछ दिनों के लिए बन नही पायेगी, फिर उग जायेगा”। अपने बालो की चोटी फिर से बनाकर उसने दरवाजा खटखटाया। नीलम को पीठ दिखा कर भागने से अच्छा, बालो को गवाना लगा।Hair style
कमरा २९३ में कुनाल काफी देर से इंतज़ार कर रहा है, अपने चार साल के छात्रावास(hostel) जीवन में शायद ही कभी ऐसे उत्साह से इंतज़ार किया है। दोपहर के तिन बज चुके थे, कुनाल अपने कमरे में कैंची(scissor), कंगी के साथ दो घंटे से बैठा है। कुनाल धीरज खो रहा था, उसने घरी के तरफ देखा, सवा तिन बज चिके। उसे दरवाजे पर आवाज़ आई।
नीलम कमरे के अन्दर आई, कमरे के बिच मे एक कुर्सी रखा हुआ था, और उसके दाहिने तरफ अक कैंची और एक कंगी राखी थी, बाई तरफ एक कपङा रखा। कुनाल के कुछ कहेने से पहेले हि वो उस कुर्सी पर बैठ गई, और अपना चोटी खोलने लगी। कुनाल उसके पीछे आ गया और उसकी चोटी खुलते ही उसके बालो को पकर लिया। कुनाल ने अपने ऊँगली से उसके केशो को सहलाने लगा। उसके बाल लम्बे थे, और मोटे भी। फिर उसने सारे बालो को इकठ्ठा किया, पास में रखा कपङा उठाया, नीलम के चारो और फैला दिया। फिर उसने उसके बालो को आगे की तरफ कर दिया और कपरे को पीछे गांठ मार दिया। नीलम इस सब से थोरा चौक गई, उसे लगा था, उसके बालो को वो शायद कंधे तक काट देगा फिर ख़त्म, पर अब उसे समज में आने लगा की, उसके केश आच्छी तरह कटने वाले है।
कुनाल ने नीलम के बालो को पीछे किया, कंगी उठाई और कंगी करने लगा, और कहा, “नीलम, कहा तक काटु बताओ?” नीलम धीरे से बोली, “दो ऊँगली तक काटो” कुनाल ने आचनक, नीलम के बालो को झटका दिया, उलझे बालो के वजह से, उसका सर पीछे की तरफ हो गया, कुछ बाल टूट भी गए। कुनाल ने फिर कहा, “नीलम कल रात के शर्त के अनुसार, जो तुमने हारी है, में तुम्हारे बालो के साथ कुछ भी कर सकता हु, कुछ भी” नीलम चुप रही। कुनाल ने कहा, “में तुम्हारा हेअरकट(haircut) करूँगा”
नीलम येही सोच कर आई थी, उसने कुछ जवाब नही दिया। कुनाल ने फिर उसके बालो को इकठ्ठा किया, और उसके सिर को आगे की तरफ झुकाया, ताकि उसका मुह, उसके छाती के साथ लगे। कुनाल ने फिर उस इकठ्ठे केशो को किंचा और कैंची उठाली। उसने कैंची को उसके इकठ्ठे बालो के बिच घुसाया और क्च्च्चच्च्च्च कच्च्च्चच्च….च्च्च्च। नीलम को अचानक खिंचाव लगना बंद हो गया। उसने अपना सिर घुमाया, और देखा, उसके बालो की चोटी कुनाल के हाथो में थी। नीलम अपने सिर के पीछे हाथ दिया, उसे अजीब सा महसूस हुआ, उसके केस अब सिर्फ गर्दन तक ही थे। कुनाल ने उसके कटे बालो को हाथ से छोर दिया, और वो जमीन में गिर गए।
कुनाल ने फिर कंगी उठाई, नीलम के सिर को आगे किया और कैची से पीछे के बालो को और छोटे काटने लगा। नीलम ने अपना सिर सामने के तरफ झुका दिया। कुनाल आचनक रुक गया फिर पीछे कुछ टटोल ने लगा। इस समय में नीलम को अपने बालो का हाल समजने का मौका मिल गया, उसे कमरे में कोई आएना नै दिखा, तो वो हाथ से ही आपने बालो की रुपरेखा समजने लगी। उसको पीछे की तरफ के बाल कंटीले लगे, उसे एक अलग एहसास मिला उसे वो अच्छा लगा।
कुनाल पीछे से आचानक आ गया, और साथ में अपने साथ एक त्रिम्मर(trimmer) लाया। उसने फिर नीलम को आगे झुकाया, और सामने से त्रिम्मर को पीछे के तरफ चलने लगा। नीलम के बाल झरने की तरह उसके गोद में गिरने लगे। कुनाल ने फिर त्रिम्मर पीछे और दो तरफ चलाया, नीलम और उसके चारो और की जमीन उसके कटे बालो से भर गई। कुनाल ने अपना हाथ नीलम के सिर पर चलाया। फिर उसने उसके कपङा की गांठ खोल दी।
नीलम को लगा, अब ख़तम हुआ, पर वो गलत थी। उसने कुर्सी से उठने की कोशिस की, तो कुनाल ने उसके कंधे पे हाथ से दबाव देकर बैठ दिया।
कुनाल ने फिर एक तौलिया उसके पीछे के तरफ रखा, फिर उसके सिर पर शेविंग क्रीम(shaving क्रीम) लगाया। फिर उसने एक भीगे ब्रश(brush) से नीलम के सिर पर अच्छी तरह करें को फ़ैलाने लगा। उसने फिर अपना उस्तरा निकला और उसका ब्लेड(blade) बदला। उसने सामने की तरफ से शुरु किया, सामने से पीछे चलाया, और उसकी सिर की सफ़ेद त्वचा दिखने लगी, वो उस्तरा चलता गया। धीरे धीरे नीलम का चमकता सिर दिखने लगा। नीलम को भी मजा आने लगा, उसने कभी अपने सिर पर उस्तरा महसूस नहीं किया था, उसे यह अहसास अच्छा लगने लगा।
नीलम पूरी तरह तकली हो गई, जो सिर कुछ समय पहेले घने बालो से भरा था, वो अब चमक रहा था। कुनाल ने उसके सर पर आखरी पर हाथ चलाया, उसे तसल्ली हुई। उसने
नीलम को उठने का इशारा किया।
नीलम खरी होकर पहेले अपने सिर पर हाथ सहलाई, उसे बहुत अच्छा अनुभव हुआ, साथ ही उसे काफी हल्का लग रहा था। पर जैसे हि उसने अपने कटे बालो को जमीन पर देखा उसे असु आ गय। कुनाल ने नीलम को आईना दिखाना चाहा, पर उसने कुनालको कहकर तुरंत कमरे से निकल गई। उसने प्रतिज्ञा की कि वो अब कभी वो किसी से शर्त नहीं लगाएगी और वो कुनाल से इसका बदला जरुर लेगी।

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